Thursday 5 April 2018

अभी ज़िन्दा हूँ मैं

अभी हूँ मैं जिन्दा, जो जताना है प्यार तो अभी जता लो
भले बाद में न एक आँसू तुम बहाना,
ना एक फूल भी तुम मुझ पर चढ़ाना!

अभी हूँ मैं जिन्दा, लगाना है तो अभी सीने से लगा लो
भले बाद मरने के, कांधा तक ना लगाना!

अभी हूँ अकेला साथ की सबके बहुत है जरुरत
भले बाद मरने के, कोई भी झमघट न तुम सब लगाना!

बहुत कुछ है दिल में,
आओ कभी साथ बैठो और सुन लो
भले चाहे बाद मेरे तुम, पास आना ना आना!

अभी तो है मुमकिन,
जो बुलाओगे तो दौड़ा चला आऊंगा पास तुम्हारे
जो मर जाऊं तो ना दिखावे के लिए रुदाली आवाज़ लगाना!

हूँ बुरा बहुत मैं,
गर कुछ भी है अच्छा तो मुझको बता दो
बहुत भला था वो बंदा, ये कह कर बाद में ना मुझको बहलाना!

एक मुद्दत हुई जल रहा हूँ मैं अंदर ही अंदर
बाद मरने के मेरे मुझे थोड़ा कम ही जलाना!!

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